स्कूल के बाद अब कालेजों में होने वाली फाइनल परीक्षा पर 15 जून के बाद फैसला लिया जाएगा। शिक्षा विभाग राज्य सरकार से जून के अंत या जुलाई के पहले हफ्ते में फाइनल परीक्षाएं करवाने की मांग करेगा। विभाग ने एचपीयू को भी कालेज छात्रों की परीक्षाओं की तैयारी करने को कहा है। वहीं, प्रश्नपत्रों से लेकर परीक्षा केंद्रों में किस तरह से छात्रों को सोशल डिस्टेंसिंग में बिठाना है, इसकी व्यवस्था करने को भी कहा गया है। फिलहाल कालेज छात्रों की परीक्षा को लेकर शिक्षा विभाग प्रदेश सरकार को प्रस्ताव भेजेगा। कोविड की स्थिति को देखते हुए परीक्षा किस तरह और कब करवाई जा सकती है, इस बारे में विभाग प्रस्ताव देगा। हालांकि शिक्षा विभाग ने यह स्पष्ट किया है कि कालेज के छात्रों से पूर्व 12वीं कक्षा की परीक्षा को लेकर फैसला किया जाएगा। शिक्षा विभाग के अनुसार कालेज छात्रों की परीक्षाओं को लेकर 15 जून के बाद निर्णय लिया जाएगा। विभाग का कहना है कि कोविड को लेकर परिस्थितियों का आकलन भी किया जाएगा। इसके बाद ही परीक्षाएं करवाई जा सकती हैं। बता दें कि स्नातक के लगभग एक लाख 55 हजार छात्र छात्राएं है, जिनकी परीक्षाए होनी हैं। स्नातक के अंतिम वर्ष के छात्र इस समय सबसे अधिक दुविधा में हैं। एक ओर पीजी की प्रवेश प्रक्रिया का शेड्यूल जारी किया जा चुका है, दूसरी ओर अभी स्नातक की परीक्षाओं को लेकर कुछ स्पष्ट नहीं है।