शुक्रवार
को इस मामले को लेकर हिमाचल
प्रदेश शिक्षक महासंघ के साथ संस्कृत
भारती और हिमाचल प्रदेश राजकीय
शिक्षक परिषद के पदाधिकारियों
की संयुक्त रूप से मुख्यमंत्री
जयराम ठाकुर से बैठक हुई।
बैठक में शास्त्री और भाषा
अध्यापकों को टी.जी.टी. पदनाम
देने की मुख्य मांग को लेकर चर्चा
की गई। इस दौरान शिक्षक नेताओं
ने टी.जी.टी. पदनाम प्रदान करके
जिला कैडर के दायरे में बिता रहे
14साल के वनवास को जल्दसमाप्त
करने की मांग उठाई है।