अभी भी घाटी के
कई ऐसे सरकारी स्कूल हैं जो दो से
तीन विद्यार्थियों के सहारे चल रहे हैं।
ऐसे में समस्या शिक्षा विभाग के
अधिकारियों के लिए भी कम नहीं
है। विभाग को स्कूलों में अध्यापकों
को समायोजित करने में परेशानी हो
रही है।
स्कूलों में कहीं दो विद्यार्थियों
के लिए 3 तो कहीं एक विद्यार्थी के
लिए 2 अध्यापक तैनात हैं।
हालांकि, घाटी के करीब 40 फीसदी
लोगकुल्लू-मनाली में ही अपने बचों
की पढ़ाई करवाने के लिए वहीं रह
रहे हैं। प्राथमिक विद्यालयों में बच्चो
की संख्या में लगातार कमी चिंता का
विषय बन गई है। केलांग खंड-1 में
34 प्राथमिक पाठशालाओं में 146,
खंड-2 के 31 स्कूलों में 124,
उदयपुर खंड में 47 पाठशालाओं में
402 विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं।
वर्तमान में 112 प्राथमिक विद्यालयों
में 672 विद्यार्थी ही पढ़ाई कर रहे हैं।
यानी, एक शिक्षक के जिम्मे 3
विद्यार्थी आरहे हैं। घाटी में तीन स्कूल
ही ऐसे हैं, जहां विद्यार्थियों की संख्या
20 से ज्यादा है। सरकार ने अन्य
जिलों में नियम बना रखे हैं कि जहां
20 से कम विद्यार्थी हैं, उन स्कूलों
को बंद करने के बारे में सोचा जा
सकता है।