आंगनबाड़ी वर्कर्ज
को प्री-प्राइमरी कक्षाओं के लिए
नियुक्त किया जाए। यदि सरकार ने
आंगनबाड़ी वर्कर्ज को प्री-प्रामरी
स्कूल में नियुक्तनहीं कियातो सरकार
के खिलाफ आंदोलन शुरू किया
जाएगा। आंगनबाड़ी वर्कर्ज एवं
हैल्पर्ज यूनियन द्वारा 8 फरवरी को
निदेशक महिला एवं बाल विकास
विभाग के कार्यालय के बाहर प्रदर्शन
किया जाएगा।
वहीं सुंदरनगर के विधायक
राकेश जम्वाल से नगर परिषद के
चेयरमैन जितेंद्र शर्मा के नेतृत्व में
हिमाचल सुपरवाइजर आंगनबाड़ी
कार्यकर्ता एवं सहायिका कल्याण
संघ सुंदर नगर इकाई का
प्रतिनिधिमंडल मिला और और उन्हें
प्री-नर्सरी अध्यापिका के पद पर
नियुक्त करने की मांग उठाई।
प्रतिनिधिमंडल मेंब्लॉक अध्यक्ष गीता
शर्मा, सुरेंद्रा देवी, दुर्गा देवी, वदेवेंद्रा
देवी नीतू, मीना, कमला, रामदेई,
मीरा, सुनीता, रंजना, बीनाऔर कुसमा
देवी शामिल थीं। उन्होंने विधायक
से कहा कि प्रदेश में शुरू होने वाली
प्री-नर्सरी कक्षाओं के शिक्षक के
पद पर पहला अधिकार आंगनबाड़ी
कार्यकर्ता और सहायिका को मिलना
चाहिए।
उन्होंने कहा कि अध्यापकों
की नियुक्ति को लेकर शिक्षा विभाग
भर्ती एवं पदोन्नति नियम बना रहा
है, उससे हमारा कोई विरोध नहीं
है और न ही किसी के खिलाफ मांग
कररहे हैं। 19,000 आंगनबाड़ी केंद्रों
से 38,000 परिवारों की रोजी-रोटी
सीधे जुड़ी हुई है। आंगनबाड़ी
कार्यकर्ताओं ने कहा कि नर्सरी
अध्यापकों के लिए बन रहे भर्ती
एवं पदोन्नति नियमों में आंगनबाड़ी
कार्यकर्ताओं के अनुभव पर उन्हें
नियुक्ति में वरीयता दी जाए।
विधायक राकेश जम्वाल ने भी शीघ्र
ही सरकार की तरफसे उचित कदम
उठाने का आश्वासन दिया।
यूनियन की प्रदेशाध्यक्ष नीलम
जसवाल ने केंद्र व प्रदेश सरकार
को चेताया है कि अगर आंगनबाड़ी
वर्कर्ज को प्री-प्राइमरी कक्षाओं के
लिए नियुक्त नहीं किया गया,
आई.सी.डी.एस. का निजीकरण
करने की कोशिश की गई और
आंगनबाड़ी वर्कर्ज को नियमित
कर्मचारी घोषित नहीं किया गया तो
आंदोलन तेज होगा।
3840 प्री प्राईमरी शिक्षक भर्ती Latest Update
उन्होंने केवल
आंगनबाड़ी कर्मियों कोहीप्री-प्राइमरी
कक्षाओं के लिए नियुक्त करने की
मांग की है, क्योंकि 6 वर्ष से कम
उम्र के बच्चों की शिक्षा का कार्य
आंगनबाड़ी कर्मी ही कर रहे हैं।
उन्होंने चेताया हैकि अगर आंगनबाड़ी
कर्मियों के सिवाय किसी अन्य को
प्री-प्राइमरी शिक्षा की जिम्मेदारी दी
गई तो इसके खिलाफ आंदोलन
होगा।